आज ही के दिन गौतम बुद्धा जी का जन्म हुआ था। वैशाख महीने के पूर्णिमा के दिन बुद्धा पूर्णिमा (Buddha Purnima) मनाया जाता हे। और यह बात किताबो और लोगो से जानकारी मिली जब बुद्धा के ज्ञान प्राप्ति के बाद राजशाही, पत्नी, बच्चों और धन का त्याग किया था।(Happy Buddha Purnima 2022)
Happy Buddha Purnima 2022 | Date : 15 May 2022
Happy Buddha Purnima 2022: बौद्ध धर्म के संस्थापक जो गौतम बुद्धा थे, उन्होंने एक बोधी वृक्षा के नीचे बैठकर ज्ञान प्राप्त की थी, जब बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति हुई उसके बाद राजशाही, पत्नी, बच्चों और धन, का क्या कर दिया था। भारतवर्ष में हर साल बुद्ध पूर्णिमा 16 मई को मनाया जाता है। अगर आप चाहते हैं कि आज के दिन बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध की वाणी पड़े, तिथि, समय, महत्व को जाने और वेसाक दिवस की शुभकामनाएं बधाई के लिए यहां क्लिक करे। यह आपको जानना चाहिए कि योगिक संस्कृति के अनुसार, बुद्ध पूर्णिमा को एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है, क्योंकि यह तीसरी पूर्णिमा (पूर्णिमा) है, जब पृथ्वी सूर्य के उत्तरी भाग में चली जाती है। यह वह दिन भी है जब गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
Happy Buddha Purnima 2022 : भगवान बुद्ध की जीवन गाथा
हिंदू धर्म के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख पूर्णिमा के दिन हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। प्रत्येक माह में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि को उपवास और पूजा करने के अलग-अलग नियम हैं। मान्यता है कि पूर्णिमा का व्रत करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वैशाख मास की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है। इस महीने पूर्णिमा व्रत 16 मई को रखा जाएगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब सुदामा भगवान कृष्ण से मिलने द्वारका आए तो भगवान ने उन्हें पूर्णिमा व्रत का महत्व बताया। कहा जाता है कि इस व्रत के प्रभाव से सुदामा की दरिद्रता दूर हुई। इसलिए इस व्रत का विशेष महत्व है। इसके अलावा वैशाख पूर्णिमा के दिन बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ था। इसलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है।
* जो भी आर्य अष्टांगिक मार्ग पर चलते हैं, उनमें से प्रत्येक धार्मिक जीवन के आनन्द की प्राप्ति कर सकता है। जो धन से लिपटा हुआ है, उसके लिए यही अच्छा है कि अपने हृदय को उससे विषाक्त करने के बदले उसका परित्याग कर दे; किन्तु जो धन से लिपटा हुआ नहीं है और जिसके पास सम्पदा है तथा जो उसका सम्यक् उपयोग करता है, वह अपने सहगामी बन्धुओं के लिए वरदानस्वरूप हो जाएगा।
* मैं तुझसे कहता हूँ कि तू जीवन के अपने व्यवसाय में स्थित रह और अपने कर्म को परिश्रमपूर्वक सम्पन्न कर। जीवन, धन और शक्ति पुरुष को नहीं बाँधते, बल्कि जीवन, धन और शक्ति के प्रति आसक्ति ही उसे बाँध लेती है।- Happy Buddha Purnima 2022
* तथागत के धर्म के लिए व्यक्ति का अनिकेत होना, या संसार से विरत होना तब तक आवश्यक नहीं, जब तक स्वयं वह ऐसा करने की प्रेरणा नहीं पाता; परन्तु तथागत के धर्म के लिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक व्यक्ति स्व भ्रम से मुक्त हो जाए, अपने हृदय का परिमार्जन करे, सुख के प्रति अपनी तृष्णा का परित्याग करे और सदाचार का जीवन व्यतीत करे।
* हमारे शुभ और अशुभ कर्म छाया के समान हमारा अनुसरण करते हैं।
* वे सब, , जो विवेकी है, शरीर के सुखों की अवहेलना करते हैं। वे काम की उपेक्षा करते हैं तथा अपने आध्यात्मिक अस्तित्व को विकसित करने की चेष्टा करते है।- Happy Buddha Purnima 2022
* उपदेशक को स्फूर्ति और उल्हासपूर्ण आशा से परिपूर्ण होना चाहिए। उसे कभी थकना नहीं चाहिए और कभी भी अन्तिम सफलता से निराश नहीं होना चाहिए।
* उसे झगड़ालू विवादों में हर्षित नहीं होना चाहिए और न उसे अपनी प्रतिभा की उच्चता सिद्ध करने के लिए विरोधाभासों में ही पड़ना चाहिए, प्रत्युत उसे स्थिर एवं शांत होना चाहिए।- Happy Buddha Purnima 2022
* उसके हृदय में कभी भी उग्र विचार न रहें और उसे समस्त प्राणियों के प्रति परोपकार की प्रवृत्ति का परित्याग कभी भी नहीं करना चाहिए।
* जब तक लोग सत्य-वचनों की ओर ध्यान न दे, तब तक उपदेशक को यह जानना चाहिए कि उसे उनके हृदयों में अधिक गहराई तक पहुँचना होगा; परन्तु जब वे उसके शब्दों पर ध्यान देने लगें, तो उसे आशा करनी चाहिए कि शीघ्र ही वे बोध को प्राप्त करेंगे।
* हे भद्रवंशीय शिक्षित जनो, तुम लोग जिन्होंने तथागत के वचनों का प्रचार करने का व्रत लिया है, तुम्हारे हाथों में महाभाग सत्य के सद्धर्म को हस्तान्तरित करते, सौंपते और समाविष्ट करते है।- Happy Buddha Purnima 2022
* सत्य के सद्धर्म को ग्रहण करो, इसे रक्षित करो, इसे पढ़ो, और पुनः पढ़ो, इसकी थाह लो, इसे प्रकाशित करो तथा विश्व के सभी भागों के समस्त प्राणियों में इसका प्रचार करो।
* तथागत लोभी नहीं है और न संकीर्ण मनवाला है। वह उन सभी को पूर्ण बुद्ध-ज्ञान प्रदान करने के लिए सहमत है, जो उसे ग्रहण करना चाहते हैं। तुम उसके समान बनो और सत्य को मुक्त हस्त से प्रदान करने, प्रदर्शित करने और अर्पित करने में उसके उदाहरण का अनुकरण करो।
Happy Buddha Purnima 2022: तिथि, समय
बुद्ध पूर्णिमा पूजा की तिथि रविवार को दोपहर 12:45 बजे शुरू होने की उम्मीद है और सोमवार को सुबह 9:43 बजे समाप्त होगी।
Happy Buddha Purnima 2022: महत्व
ऐसा माना जाता है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध के जीवन में तीन बड़ी घटनाएं घटी थीं। सबसे पहले, उनका जन्म लुंबिनी में सिद्धार्थ गौतम के रूप में हुआ था। दूसरा, उन्होंने बोधि वृक्ष की छाया में ज्ञान प्राप्त किया। और तीसरा, कई वर्षों तक अध्यापन के बाद, गौतम बुद्ध का कुशीनारा में निधन हो गया, जब वे अस्सी वर्ष के थे।
भगवान बुद्ध ने धर्म (कर्तव्य), सद्भाव, अहिंसा और दया का उपदेश दिया। 30 वर्ष की आयु में, गौतम बुद्ध ने सत्य की खोज में जीवन व्यतीत करने के लिए अपनी सांसारिक संपत्ति और रियासत को छोड़ दिया। उसने स्वयं को कष्ट से मुक्त करने की आशा में तपस्या करने के लिए भी ऐसा किया।
Happy Buddha Purnima 2022: बुद्ध पूर्णिमा की तस्वीरें और वेसाक दिवस की शुभकामनाएं बधाई
Happy Buddha Purnima 2022 शुभकामनाएं बधाई: रोशनी के विस्फोट में, उन्होंने अस्तित्व का अर्थ खोजा और इस प्रकार भगवान बुद्ध बन गए। हैप्पी बुद्ध पूर्णिमा, सब लोग।
Buddha Purnima 2022 शुभकामनाएं बधाई: आइए हम दुनिया को हर इंसान के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए भगवान बुद्ध की शिक्षाओं और ईश्वरीय मार्गदर्शन से जीते हैं। बुद्ध जयंती की शुभकामनाएं।
Buddha Purnima 2022 शुभकामनाएं बधाई: बुद्ध पूर्णिमा पर, यहां भेजा जा रहा है प्यार, शांति, सकारात्मक वाइब्स, खुशी, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि। हैप्पी वेसाकी
Buddha Purnima 2022 शुभकामनाएं बधाई: स्वास्थ्य एक महान आशीर्वाद है, संतोष एक महान धन है, विश्वास एक अच्छा बंधन है। हैप्पी बुद्ध जयंती
Buddha Purnima 2022 शुभकामनाएं बधाई: आपका दिमाग एक शक्तिशाली चीज है। जब आप इसे सकारात्मक विचारों के साथ छानना शुरू करेंगे तो आपका जीवन बदलना शुरू हो जाएगा।